Aaj Ka Choghadiya [current_date]– सनातन धर्म में किसी भी शुभ काम करने के लिए शुभ मुहूर्त देखने और तय करने की प्रथा है. हिन्दू कोई भी शुभ काम जैसे की शादी, व्यापार, स्कूल में एडमिशन सब काम एक शुभ मुहूर्त देख कर ही किया जाता है. चौघड़िया टेबल हिंदी धर्म का एक मानक है जिससे शुभ मुहूर्त देखा जाता है और आज हम यही जानकारी हासिल करने वाले है की आज और कल का चौघड़िया कैसे देखें? और आप खुद से तुरंत कैसे पता कर सकते है की Aaj Ka Choghadiya.
चौघड़िया वैदिक पंचांग का एक रूप है और इसका इस्तेमाल हिन्दू संस्कृति में शुभ समय निकालने के लिए किया जाता है. चौघड़िया की मदद से लोग नए काम को शुरू करने के लिए सबसे सही समय चुन सकते है जिसमे किसी भी तरह का बाँधा ना आये और उनका काम सही तरीके से हो सके. चौघड़िया आज, कल और कभी के लिए भी देखा जा सकता है.
चौघड़िया(Choghadiya) के ऐसी तालिका(Table) है जो की जिसमे दिन और रात के लिए शुभ समय सारणी दी गयी होती है. उनको को मैच करके शुभ और अशुभ समय का चुनाव किया जाता है. वैसे तो चौघड़िया का इस्तेमाल एक समय केवल यात्रा करने के लिए मुहूर्त निकालने के होता था लेकिन आज इसका इस्तेमाल कर एक नए काम को शुरू करने के लिए होता है.
आपको यहाँ नीचे Aaj Ka Choghadiya के बारे में पूरी जानकारी मिल जायेगा और साथ में इसके सारणी और दिन और रात के लिए शुभ मुहूर्त के बारे में जानकारी यहाँ से मिल जायेगा। चौघड़िया तालिका में दी गयी जानकारी सही मुहूर्त ज्ञात करने के लिए बहुत से लोग इस्तेमाल करते है.
आज का चौघड़िया [current_date] देखे
देश के हर एक शहर के लिए चौघड़िया अलग अलग होता है क्योकि हर शहर में दिन और रात में कुछ समय का अंतर होता है. ऐसे में हर एक शहर में शुभ मुहूर्त भी अलग अलग होता है. Aaj Ka Choghadiya आप Date के हिसाब से चेक कर सकते है जैसे की आप दिल्ली में रहते है तो उसके लिए Aaj Ka Choghadiya अलग होगा और जो Mumbai में रहते है उसके लिए Aaj Ka Choghadiya अलग होगा.
चौघड़िया में ज्योतिष शास्त्र और विज्ञान दोनों समलित होते है और एक बार में इसके सारणी से 24 घंटे के लियए शुभ मुहूर्त का अनुमान लगाया जाता है. यहाँ पर हम आज का चौघड़िया दिल्ली शहर के लिए आज और आने वाले समय के बारे बताये है. नीच उस तरीके के बारे में हमने जानकारी दिया है की कोई भी भारत के किसी भी शहर के लिए चौघड़िया सारणी कैसे देख सकता है.
आज का चौघड़िया [current_date], दिन रात चौघड़िया शुभ मुहूर्त
दिन का चौघड़िया | ||||||||
से | तक | रवि | सोम | मंगल | बुध | गुरु | शुक्र | शनि |
6:00 AM | 7:30 AM | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल |
7:30 AM | 9:00 AM | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ |
9:00 AM | 10:30 AM | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग |
10:30 AM | 12:00 PM | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्बेग |
12:00 PM | 1:30 PM | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर |
1:30 PM | 3:00 PM | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ |
3:00 PM | 4:30 PM | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत |
4:30 PM | 6:00 PM | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल |
रात का चौघड़िया | ||||||||
से | तक | रवि | सोम | मंगल | बुध | गुरु | शुक्र | शनि |
6:00 PM | 7:30 PM | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ |
7:30 PM | 9:00 PM | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्बेग |
9:00 PM | 10:30 PM | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ |
10:30 PM | 12:00 AM | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत |
12:00 AM | 1:30 AM | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर |
1:30 AM | 3:00 AM | लाभ | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग |
3:00 AM | 4:30 AM | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ | शुभ | चर | काल |
4:30 AM | 6:00 AM | शुभ | चर | काल | उद्बेग | अमृत | रोग | लाभ |
Aaj Ka Choghadiya- चौघड़िया क्या हैं?
Today’s Choghadiya timing देखने के लिए पहले आपको समझाना होगा की चौघड़िया होता है क्या है? हिन्दू पंचांग के हिसाब से यह वैदिक कैलेंडर का मुख्य हिस्सा है जिसकी शुरुआत हज़ारो साल पहले हुयी और आज भी इसका हमारे हिन्दू धर्म में उतना ही महत्व है जितना पहले था.
चौघड़िया ज्योतिष की एक ऐसी तालिका(table) है जिसमे खगोलीय स्थिति के आधार पर दिन के 24 घंटो की दशा बताई जाती है. आसान भाषा में कहे तो यह एक मुहूर्त टेबल है जिससे आप जान सकते है की आज के दिन या कल के दिन कब शुभ समय और कब अशुभ, आज के समय हिन्दू धर्म में चौघड़िया सारणी का इस्तेमाल करके ही शादी के लिए सही मुहूर्त, यात्रा के लिए सही समय और हिन्दू धर्म में मनाये जाने वाले सभी त्योहारों का समय निकाला जाता है.
बहुत सारे लगो नाम से थोड़ा चकरा रहे होंगे की चौघड़िया कैसा नाम है. तो आपको जानकर हैरानी होगी यह दो शब्दों से मिलकर बना है चौ + घड़िया जिसमे चौ का मतबल होता है चार और घड़िया का मतबल होता घड़ी (पहर) और इसीलिए इसे चतुर्श्तिका मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है. क्योकि इससे हमें चारो पहर के लिए सही समय का पता चल जाता है.
चौघड़िया(Choghadiya) की गणना सूर्योदय(Sunrise) और सूर्यास्त(Sunset) के आधार पर किया जाता है और इसी से आपको शुभ मुहूर्त का पता चल जाता है. चौघड़िया दिन और रात के लिए होते है और दोनों समय के लिए कुल 7 मुहूर्त होते है. जिससे अनुमान लगाया जाता है की सही समय कब है और अशुभ समय कब है यात्रा कब शुरू करना चाहिए और शादी कब करना चाहिए ये सब आपको यही पर मिलेगा.
चौघड़िया के प्रकार
चौघड़िया के प्रकार कहे या इसके मुहूर्त जो की समय के हिसाब से निर्धारित किये जाते है. ये कुल 7 प्रकार के होते है जो की दिन और रात के लिए तय किये जाते है. आज चौघड़िया(Choghadiya) क्या है? ये सही मुहूर्त है या नहीं इसके प्रकार से ही तय होते है. अगर आप इन्हे सरणी में देखेंगे तो तुरंत जान जायेंगे की यह कितने आसान तरीके से हमें समय के हिसाब से मुहूर्त के बारे में जानकारी देते है.
उद्वेग चौघड़िया
उद्वेग का स्थान प्रथम है चौघड़िया सारणी में और इस मुहूर्त का स्वामी सूर्य ग्रह है. उद्वेग मुहूर्त में प्रशासनिक और सरकारी कामकाज करने को अच्छा माना जाता है. ऐसे काम जो की सरकार और प्रशासन से जुड़े है जैसे की नौकरी, सरकार जुड़ा कोई काम तो उसे उद्वेग मुहूर्त में करना चाहिए इससे सफलता जरूर मिलती है. आज सूर्य की तरह तेजवान हो जायेंगे अगर आप इस मुहूर्त में अपना काम शुरू करते है और आपके लिए यही घड़ी सबसे अच्छी माना जाता है.
लाभ चौघड़िया
लाभ मुहूर्त का स्थान चौघड़िया में दूसरा है और इसका स्वामी बुध ग्रह है. लाभ मुहूर्त में ऐसे काम किये जाते है जिसमे लाभ की प्राप्ति के अनुमान हो जैसे की इस मुहूर्त पर अगर व्यापार, शिक्षा जैसे काम शुरू किये जाए तो इसमें लाभ की प्राप्ति होगी। इस चौघड़िया का मुख्य उद्देश्य होता है नए चीज़ो को सीखने में लाभ देना और जो भी नए सीखने वाले काम इस मुहूर्त में शुरू किये जाते है उसमे सफलता मिलता है.
चर चौघड़िया
चर मुहूर्त का स्थान तीसरा है चौघड़िया सारणी में और इसका स्वामी शुक्र ग्रह है. चर मुहूर्त में यात्रा और पर्यटन का काम शुभ माना जाता है. अगर आप किसी दूसरे स्थान की यात्रा करना चाहते है या फिर किसी पर्यटन स्थल पर जाने का विचार है तो चर मुहूर्त जरूर देखे और यात्रा शुरू करने के लिए दिन या रात का वही समय चुने जो की चर घड़ी में आता है.
रोग चौघड़िया
रोग मुहूर्त का स्थान चौथा चौघड़िया सारणी में और इसका स्वामी मंगल ग्रह है. रोग मुहूर्त घड़ी में चिकित्सा सलाह लेने से बचाना चाहिए क्योकि यह आपके लिए सही मुहूर्त नहीं होता है रोग और चिकित्सा के हिसाब से, रोग एक अशुभ मुहूर्त होता है और इसका स्वामी मंगल होने की वजह से आपके काम में यह बाधा बन सकता है.
शुभ चौघड़िया
शुभ मुहूर्त का स्थान पांचवा है चौघड़िया सारणी में और इसका स्वामी वृहस्पति ग्रह है. इस मुहूर्त में कोई काम शुरू करने के लिए सबसे उत्तम होता है. शुभ मुहूर्त में शादी, नया बिज़नेस, पूजा और यज्ञ जैसे काम के लिए सबसे शुभ माना जाता है. वैसे भी हिन्दू धर्म में वृहस्पति ग्रह को लाभकारी माना जाता है और यह हमारे जीवन दशा को शुभ की ओर ले जाता है. आज के मॉर्डन समय में भी अपना सारा काम शुभ समय में करते है और सबसे पहले पंडित को बुलाकर पंचाग देखते है और सही और शुभ घड़ी चुनते है काम को शुरू करने के लिए ऐसी ही किसी भी शुभ काम को करने के लिए.
काल चौघड़िया
काल मुहूर्त का स्थान छठवां है चौघड़िया में और इसका स्वामी शनि ग्रह है. यह हिन्दू धर्म में सबसे अशुभ समय माना जाता है इस समय ऐसी घटनाये हो सकती है जो हमारे लिए सबसे अशुभ होती है. यह मुहूर्त किसी भी काम को करने के लिए सही नहीं है इस मुहूर्त में घर से नहीं निकलना चाहिए। क्योकि शनि का प्रकोप सबसे भयानक माना जाता है.
अमृत चौघड़िया
अमृत का स्थान सातवां है चौघड़िया सारणी में और इसका स्वामी चन्द्रमा को माना जाता है. अमृत मुहूर्त में किये गए काम का अच्छा परिणाम मिलता है और हमें जीवन में खुशिया मिलती है और घड़ी में अच्छी समाचार सुनने को मिलते है और काम में सफलता मिलती है. यह समय का सबसे लाभकारी घड़ी होता है इस घड़ी में जो भी काम शुरू किये जाए सब में आपको लाभ मिलेगा.
क्या आप जानते है? Horoscope Meaning in Hindi
चौघड़िया की गणना कैसे की जाती है?
चौघड़िया की गणना करना आसान नहीं होता है जिसको वैदिक पंचांग के बारे में जानकारी है वही आज का चौघड़िया देख सकता है. लेकिन हमारे ज्योतिषाचार्य लोगो को समझने के लिए एक सारणी तैयार कर दी जिससे चौघड़िया का गणना करना बहुत आसान हो जाता है. इसमें हर दिन को दो समय अवधि में विभाजित कर दिया गया दिन और रात में, सूर्योदय के बाद से लेकर सूर्यास्त के पहले तक का समय दिन और सूर्यास्त के बाद से लेकर सूर्योदय के पहले तक का समय रात होता है.
इन दोनों भागो को आठ बराबर भागो में विभाजित किया जाता है और इन आठ भाग में से हर एक चार एक घड़ी के बराबर होते है. इन विभाजन को चौघड़िया कहाँ जाता है. जैसा की आप नीचे दिए गए सारणी में देखने को मिल जायेगा.
चौघड़िया से जुड़े लोगो के सवाल और उनके जवाब
आज का चौघड़िया क्या है इसको लेकर लोगो के बहुत सवाल होते है और उन्ही में से कुछ सवालों के जवाब को महान ज्योतिषचार्यों द्वारा सुझाये गए है. वो सभी यहाँ पर है इससे आपको सारणी और शुभ समय में समझने में मदद मिलेगा.
अच्छे व बुरे चौघड़िया कौन से हैं?
चौघड़िया में कौन सा समय अच्छा और कौन समय बुरा होगा ये तय होता है उसके स्वामी ग्रह से जैसे ही हिन्दू धर्म में मंगल, शनि ग्रह को अशुभ का संकेत माना जाता है. ऐसे में अगर कोई काम ऐसे मुहूर्त में होगा जिसका स्वामी इन दोनों में से कोई है तो वह सबसे बुरा होगा और वही अगर स्वामी ग्रह वृहस्पति, शुक्र या चन्द्रमा में से कोई है तो यह समय अच्छा माना जाता है और इस समय काम करना शुभ माना जाता है.
अमृत मुहूर्त क्या होता हैं?
जैसा की ऊपर बताया गया है अमृत मुहूर्त का स्वामी चन्द्रमा होता है और इस मुहूर्त में कोई काम शुरू करना सुबह माना जाता है. दिन या रात का जो भी समय अमृत मुहूर्त में होता है वह हमारे लिए अति लाभकारी और सुबह सूचक होता है.
चर चौघड़िया अच्छा या बुरा क्या होता हैं?
चर मुहूर्त में यात्रा और पर्यटन करना शुभ माना जाता है. चुकी इसका स्वामी ग्रह शुक्र होता है इसलिए इसमें यात्रा करना सबसे लाभकारी हो सकता है. यह मुहूर्त सबसे अच्छे समय में से एक है जो की हमारे लिए नए यात्रियों के समाचार ला सकते है.
उद्वेग चौघड़िया अच्छा या बुरा क्या होता हैं?
उद्वेग का स्थान प्रथम है चौघड़िया सारणी में और इस मुहूर्त का स्वामी सूर्य ग्रह है. इस मुहूर्त में ऐसा काम करे जो की सरकार या प्रशासन से जुड़ा हो क्योकि यह उसके लिए सबसे लाभकारी समय होता है. अगर कोई सरकारी काम बहुत दिनों से नहीं हो रहा है तो आप उसे उद्वेग मुहूर्त में करे वो काम जरूर हो जायेगा और आपके लिए शुभ समाचार लाएगा सरकारी कामकाज से जुड़ा.
दिन का चौघड़िया क्या हैं?
सूर्योदय के बाद से लेकर सूर्यास्त के पहले तक का समय दिन का चौघड़िया होता है. इसमें कुल 7 मुहूर्त होते है जो की प्रकार में आपको देखने को मिल जायेंगे इसमें जो भी काम है वह मुहूर्त के हिसाब से तय होते है.
रात का चौघड़िया क्या हैं?
सूर्यास्त के बाद से लेकर सूर्योदय के पहले तक का समय रात का चौघड़िया होता है और इसमें भी कुल 7 मुहूर्त होते है. जिसमे अलग अलग अच्छे और बुरे मुहूर्त होते है और हमें समय के हिसाब से अपने काम को तय करना चाहिए
कौन से चौघड़िया शुभ होते हैं?
चर, लाभ, अमृत व शुभ मुहूर्त को शुभ माना जाता हैं. ये कुल 7 मुहूर्त में से चार ऐसे होते है जो की हमारे जीवन के लिए शुभ सूचक होते है जो की हमारे लिए लाभकारी होते है. इन मुहूर्त में किये गए काम हमेशा सही और लाभकारी होते है.
कौन से चौघड़िया अशुभ होते हैं?
काल, रोग व उद्वेग ये तीन मुहूर्त ऐसे होते है जो अशुभ माने जाते है और इस समय कोई काम शुरू करना अशुभ होता है. इस समय में हमें कोई अशुभ समाचार सुनने को मिल जाते है और किसी भी काम शुरू करने पर हानि हो सकता है. ऐसे में ज्योतिष इस समय किसी काम को ना करने का सुझाव देते है.
चौघड़िया का महत्व क्या है?
चौघड़िया मुहूर्त वैदिक हिंदू कैलेंडर, पंचांग का एक अभिन्न हिस्सा है. यह दिन और रात में हमारे दशा के बारे में जानकारी देता है. कोई भी काम शुरू करने का एक ठीक समय होता है और चौघड़िया सारणी के माध्यम से यही जानकारी मिलता है की वह कौन सा समय है जो की हमारे लिए सबसे लाभकारी हो सकता है. इससे हामरे जीवन में बहुत बदलाव देखने को मिलते है और यह हमारे संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है जिसके बिना हिन्दू समाज का कोई काम अधूरा माना जाता है.
दोस्तों यहाँ पर हमने हिन्दू पंचांग के एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्से के बारे में जानकारी हासिल किया जिसे चौघड़िया कहाँ जाता है. लोग को सुबह समय चुनने के आज का चौघड़िया देखना होता है. यहाँ पर सभी मुहूर्त और इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब विस्तार से दिए गए है. उम्मीद करते है आपको ये जानकारी पसंद आया हो और आपके लिए हेल्पफुल रहा हो अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट में इसके बारे में हमें जानकारी दे सकते है.
बहुत ही अच्छी जानकारी दी है.