Corn Flour In Hindi – कॉर्नफ्लोर क्या है?

Corn Flour क्या है? और Corn flour Hindi meaning क्या होता है? आज हम इसके बारे में जानकारी हासिल करेंगे। साथ में हम इसके बनाने के प्रकिया और फायदे के बारे में भी जानकारी हासिल करेंगे ताकि हर कोई इसके बारे में पूरी जानकारी रख सके.

कॉर्नफ्लोर जिसको हिंदी में कहा जाता है मक्के का आटा इसके बारे में बहुत कम लोग जानते है की Corn four क्या होता है? और कैसे यह बनाया जाता है. वैसे तो मक्के को पूरे देश में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है आग पर भून कर और नमक और नीबू के साथ खाने में लेकिन इसमें और भी बहुत से पौस्टिक गुण होते है. जिनको कॉर्न फ्लोर बनाकर इस्तेमाल में लाया जाता है.

तो आईये जानते है कॉर्नफ्लोर और मक्के का आटा क्या है, इसके फायदे एवं उपयोग, मक्के के आटा और कॉर्न फ्लोर में अंतर (white Cornflour Benefits and Uses, difference between Cornflour or cornmeal flour in Hindi, ararot)

Corn Flour In Hindi

Corn flour का हिंदी मतलब होता है मक्के का आटा और यह एक तरीका का अनाज है जो की पूरे देश में पाया जाता है. ये सभी जानते है पूरी दुनिया में कई तरीके एक अनाज उगाये जाते है जैसे की गेहू, चावल इत्यदि उसी तरह मक्का भी एक बहुपयोगी अनाज है जो की कम वर्षा वाले स्थान पर सबसे ज्यादा उगता है.

कॉर्नफ्लोर क्या है?

कॉर्नफ्लोर क्या है

मक्का एक तरह का अनाज है जो लगभग पूरी दुनिया में पाया जाता है. जब इसे पीसकर पॉउडर बना लिया जाता है तो उसे कहते है मक्के का आटा यानि Corn flour. बहुत से देशो में इसे अलग-अलग नाम से भी जानते है जैसे की अमेरिका और कनाडा में कही-कही पर इसे कॉर्न स्टार्च के नाम लोग जानते है.

मक्के के आटे के मुख्यतः दो रूप होते है और जिन्हे हम आप तौर पर मक्के का आटा कहते है उसे सही तरीके से Cornmeal flour कहा जाता है और एक होता है कॉर्न फ्लौर शायद आपको अभी भी अंतर समझ में ना आया हो हम विस्तार से जानते है.

Cornmeal flour: यह मक्के के दाने को धूप में सुखाकर बनाया जाता है चुकी मक्के का दाना थोड़ा पीला होता है इसलिए आपको कॉर्नमील फ्लोर भी हल्का सा पीला रंग का दिखेगा और अगर आप इसे हाथ में उठाएंगे तो थोड़ा दानेदार भी लगेगा. इसका इस्तेमाल किया जाता है मक्के की रोटी बनाने में या फिर आम तरीके से मक्के के आटे को खाने के लिए.

Corn Flour or Starch: इसे बनाने के लिए मक्के के दाने को उबाल कर उनका छिलका निकाल लिया जाता है फिर सुखाया जाता है. उसके बाद छिले हुए मक्के को पीसकर बनाया जाता है इसका रंग बिलकुल सफ़ेद होता है और इनका आटा दानेदार भी नहीं होता है. अमेरिका, कनाडा या दूसरे पश्चिमी देशो में इसी तरह का कॉर्न फ्लोर पसंद करते है.

कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व

कॉर्न फ्लोर जब आप मार्किट में खरीदने जाते है तो आपको यह गेहू के आटे के मुकाबले थोड़ा महंगा मिलते है. क्योकि कॉर्न फ्लोर में पाए जाने वाले पोषकतत्व (Nutrition) ज्यादा होते है. मक्के का आटा खाने वाले व्यक्ति को ज्यादा ताकत मिलता है यहाँ पर मक्के के आटे में पाए जाने वाले पोषकतत्वों का लिस्ट दिया गया है.

क्र. म. पोषक तत्व पोषक तत्वों की मात्रा
1 एनर्जी 44 कैलोरीज
2 प्रोटीन 1.1 ग्राम
3 कार्बोहाइड्रेट 9.1 ग्राम
4 फाइबर 1.2 ग्राम
5 विटामिन बी 1 (थियामाइन) 0.17 mg
6 विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) 0.09 mg
7 विटामिन बी 3 (नियासिन) 1.17 mg
8 फोलेट विटामिन बी 9 27.9 एमसीजी
9 फैट 0.5 ग्राम
10 फॉस्फोरस 26.7 mg
11 कैल्शियम 16.9 mg
12 आयरन 0.86 mg
14 मैग्नीशियम 13.2 mg
15 जिंक 0.22 mg
16 पोटैशियम 35.7 mg

Corn Flour कैसे बनाया जाता है?

मक्के का आटा कितना फायदेमंद होता होता है वो इसके पौष्टिक तत्व के बारे में अब जानते है की कॉर्न फ्लोर बनता कैसे है?

स्टेप 1. सबसे पहले तो किसान लोग इंतजार करते है मक्के की फसल तैयार होने के लिए जब फसल पक जाता है तो इसकी कटाई होती है.

स्टेप 2. कटाई किये गए फसल की सफाई होती है और उसे धूप में सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है.

स्टेप 3. मक्का जब अच्छे से सुख जाए तो फिर इसके दाने अलग कर लिए जाते है मशीन की मदद से.

स्टेप 4. अब एक बाद फिर से मक्के के दाने को धूप में सुखाया जाता है.

स्टेप 5. अब इसे बोरो में भरकर cornmeal पर ले जाते है जहा पर मक्के का आटा बनाया जाता है.

कॉर्नफ्लोर के उपयोग (Uses of Corn flour)

उत्तर भारत में मक्के का आटे का उपयोग रसोईघर में होता है और लोग मक्के की रोटी और सरसों का साग सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है. राजस्थानी व्यंजनों में तो हमें हर जगह मक्के के आटे का उपयोग देखने को मिलता है.

  • रसोईघर में इसका उपयोग रोटी बनाने के लिए होता है साथ में कटलेट, कोफ्ता या इसी तरह के कुछ डीप फ्राइड फूड बनाते समय इसे बांधने के लिए किया जाता है.
  • जब आप दूध को गाढ़ा कर कुछ बनाना चाहते हैं, किन्तु दूध पतला होने के कारण वह जल्दी गाढ़ा नहीं हो पाता हैं, तब आप उस समय दूध में थोड़ा सा कॉर्नफ्लोर घोल कर मिला सकते हैं. ऐसे करने से दूध को गाढ़ा करने में मदद मिलती हैं. इससे कई स्वादिष्ट व्यंजन जैसे आइसक्रीम आदि घर पर बनाये जा सकते हैं.
  • मक्के के बहुत से अलग-अलग प्रकार के मीठे पकवान बनाये जाते है जिसे पूरी दुनिया में लोग बड़े चाव से खाना पसंद करते है.
  • कॉर्न स्टार्च का उपयोग बेकिंग के पहले फलों को कोट करने के लिए भी किया जा सकता है, जिससे आप उससे पाई, टार्ट और अन्य डिजर्ट बना सकते हैं. कॉर्नस्टार्च की पतली परत फलों के रस के साथ मिश्रित होती है, और फिर इसे बेक करती है.
  • कॉर्नस्टार्च को एक एंटी-कैकिंग एजेंट के रूप में भी उपयोग किया जाता है. कटा हुआ पनीर को अक्सर कॉर्नस्टार्च के पतले से घोल के साथ लपेटा जाता है ताकि जब इसे सेंका जाए तो यह बिखरे नहीं. और इससे पनीर अच्छी तरह से और एक सा सिक जाता है.
  • ग्लाइकोजन स्टोरेज डिजीज वाले लोगों के लिए ब्लड शुगर के स्तर को बनाये रखने के लिए कॉर्नफ्लोर उपयोगी होता हैं, क्योंकि इसमें ग्लूकोस की सप्लाई को सक्षम करने के गुण मौजूद होते है. इसका उपयोग 6 से 12 महीने की उम्र में शुरू किया जा सकता है, जिससे ग्लूकोस के उतार – चढ़ाव को रोका सकता है.
  • खाने के व्यंजनों के अलावा कॉर्नफ्लोर या कॉर्नस्टार्च का उपयोग बेबी पाउडर में भी किया जाता है. कॉर्नस्टार्च का उपयोग बायोप्लास्टिक्स एवं एयरबैग के निर्माण में भी किया जा सकता है.
  • इसके साथ कॉर्न फ्लोर का इस्तेमाल बहुत से मेडिकल काम के लिए किया जाता है.

कॉर्नफ्लोर के फायदे (Benefits of Corn flour)

  • कॉर्नफ्लोर में ग्लूटेन नहीं होता है, और इसका उपभोग केवल वे लोग करते हैं, जो गेंहू और इसके उत्पाद जैसे मैदा और सूजी को स्टोक करके रखने में असमर्थ होते हैं. उनके लिए यह अच्छा विकल्प है.
  • कॉर्नफ्लोर का उपभोग केवल वे लोग करते हैं, जो गेंहू और इसके उत्पाद जैसे मैदा और सूजी को स्टोक करके रखने में असमर्थ होते हैं. उनके लिए यह अच्छा विकल्प है.
  • इसमें फाइबर की मात्रा अच्छी होती है. प्रत्येक बड़ी चम्मच में लगभग 1.2 ग्राम फाइबर मौजूद होता है. जोकि एक वयस्क मानव शरीर के लिए बहुत आवश्यक होता है. इसी तरह से इसमें प्रोटीन भी अधिक मात्रा में होता है.
  • कॉर्न फ्लोरे में विटामिन E और विटामिन A पाया जाता है जो की त्वचा के विकार को दूर करने में मदद करता है.

कॉर्नफ्लोर से होने वाले नुकसान (Effects of Corn flour)

  • इसे जब जेनेटिकली रूप से संशोधित किया जाता हैं, तो काफी हद तक इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रक्रिया प्रभावित होती है. यह फ़ाइटिक एसिड में उच्च होता है, जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने और उसका उपयोग करने से रोकता है.
  • कॉर्नफ्लोर का अधिक मात्रा में उपयोग होने से यह आपके शरीर में एलडीएल को बढ़ा सकता हैं जोकि एक खराब कोलेस्ट्रॉल होता है. यदि यह आपके शरीर में ऑक्सीडाइज्ड हो जाता है तो यह एथेरोस्क्लेरोसिस का कारण बन सकता है. साथ ही इसका अधिक उपयोग करने से हृदय सम्बंधित समस्याएं भी हो सकती हैं.
  • कॉर्नफ्लोर का अधिक मात्रा में उपयोग होने से यह आपके शरीर में एलडीएल को बढ़ा सकता हैं जोकि एक खराब कोलेस्ट्रॉल होता है. यदि यह आपके शरीर में ऑक्सीडाइज्ड हो जाता है तो यह एथेरोस्क्लेरोसिस का कारण बन सकता है. साथ ही इसका अधिक उपयोग करने से हृदय सम्बंधित समस्याएं भी हो सकती हैं.

दोस्तों, उम्मीद है आपको यहाँ पर Corn Flour In Hindi – कॉर्नफ्लोर क्या है? के बारे में पूरी और सभी जरुरी जानकारी मिल गया हो और मक्के के आटे का रोटी पूरे देश में प्रसिद्ध है. अगर अपने कभी टेस्ट किया हो इसकी रोटी या दूसरा कोई पकवान कभी try किया हो तो इसके बारे में कमेंट में जरूर बताये.

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