Share market अब घर घर पहुंच गया है देश में कोई भी घर बैठे trading App से किसी भी कंपनी के share खरीद सकता है और बेच सकता है. ऐसे में जितना ज्यादा Share market, trading और Stocks के बारे में लोग जान रहे है और invest कर रहे है उतना ही ज्यादे अब scammer भी आ रहे है. जो की चुपके से कंपनी के शेयर के प्राइस का पता लगाकर उसे खरीदते और बेचते है. ऐसे में Insider Trading क्या होता है? यह एक सवाल सामने आता है.
Insider trading के बारे में बहुत सारे लोग नहीं जानते है. ऐसे में बहुत सारे लोग stocks market का शिकार हो जाते है और कभी कभी उन्हें नुक़सान का सामना भी करना पड़ सकता है. किसी मोबाइल App से या डायरेक्ट broker से Stocks खरीदना और बेचना लीगल है और यही सही तरीका है. लेकिन बहुत सारे गैरकानूनी तरीके होते है जिससे लोग Stock खरीद कर उससे ज्यादा से ज्यादा मुनाफे में बेच कर पैसे कमाते है.
बहुत सारे लोग गैरकानूनी तरीके से ख़रीदे गए शेयर्स को बेचकर पैसे कमाते है और इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग के नाम से जाना जाता है और यह शेयर मार्किट का एक टर्म है. जिसके बारे में जानकारी होना चाहिए न्यूज़ पड़ेंगे तो ऐसे बहुत सारे Insider trading के case आपको देखने को मिल जायेंगे की किस तरह से SEBI ने लोगो पर जुर्माना लगाया, प्रतिबन्ध किया और जेल तक भेजा गया इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले में,
Insider Trading क्या है?
Insider trading का इस्तेमाल शेयर मार्किट में होता है. कुछ लोग ऐसे होते है जो की किसी कंपनी के अंदर की जानकारी लीक कर देते है और उससे लोग इसका लेन-देन गलत तरीके से करते है और शेयर मार्किट में गैरकानूनी तरीके से Stocks खरीदते है और उसे पहले से पता चले मुनाफे पर बेच देते है. कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ कोई व्यक्ति कंपनी के फाइनेंसियल ग्रोथ और इससे जुड़े इनफार्मेशन लीक कर देते है और उसका फायदा लोग सस्ते कीमत में शेयर खरीद कर उसे महंगे दाम पर उसे बेच कर करते है.
आम भाषा में समझे तो, कंपनी में मैनेजमेंट में कुछ लोग होते है जो की कंपनी के stock से जुड़े इनफार्मेशन लीक कर देते है जैसे की कंपनी किसी दूसरे कंपनी को खरीद रहा है, मर्ज हो रहा है या फिर कुछ निवेश होने वाला है. ये सारी इनफार्मेशन अगर लीक हो जाता है तो बहुत सारे trader उसका फायदा उठाकर सस्ते कीमत पर कंपनी के share खरीद लेते है और कुछ दिन बाद जब price बढ़ता है तब उसे बेचकर पैसे कमा लेते है.
लोग क्या करते है कंपनी की जो डील होने वाली होती है उससे पहले ही शेयर खरीद लेते है और जब डील फाइनल हो जाता है. उसके बाद कंपनी के Stock का price high होने लगता है और ऐसे में Insider trader के लिए यही सबसे सही समय होता है Stocks बेचकर मुनाफा कमाने का और लोग तुरंत Stocks sell करना स्टार्ट कर देते है.
इनसाइडर ट्रेडिंग का क्या मतलब होता है?
इनसाइडर ट्रेडिंग का मतलब होता है गैरकानूनी तरीके से Stocks का खरीद और बिक्री और इस अवैध तरीके से किये गए शेयर की खरीद और बिक्री को इनसाइडर ट्रेडिंग कहाँ जाता है और ऐसा करने वाले को इनसाइडर ट्रेडर कहा जाता है. देश में बहुत सारे ऐसे लोगो को SEBI ने पकड़े है जो की इनसाइडर ट्रेडिंग करते हुए पाए गए और गैरकानूनी तरीके से शेयर के साथ छेड़-छाड़ करके पैसे कमा लेते है.
Insider Trading Meaning in Hindi के बारे में जानकारी आपको यहाँ मिलता है. लोग ऐसे होते है जो की किसी कंपनी में काम करते है और चोरी से सीक्रेट इनफार्मेशन को लीक कर देते है जिसकी वजह से कंपनी के Stock price में होने वाले changes के बारे जानकर बाहर लोगो के साथ साझा कर देते है और उस इनफार्मेशन का इस्तेमाल करके लोग कंपनी का स्टॉक खरीद लेते है और जब कंपनी changes हो जाते है तो शेयर का प्राइस बढ़ जाता है और फिर लोग शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेते है.
सेबी (SEBI) इनसाइडर ट्रेडिंग
SEBI का फुल फॉर्म होता है Securities and Exchange Board of India (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) और यह मिनिस्ट्री और फाइनेंस का एक हिस्सा है और कमोडिटी मार्किट में रूल्स और रेगुलेशन बनाने का काम करता है. सेबी को बनाया गया है ताकि लोग Insider Trading जैसे गैरकानूनी काम ना कर सके. किसी भी तरीके से लोग मार्किट, बिज़नेस और शेयर मार्किट को अपने हिसाब से इस्तेमाल करके नाजायज़ मुनाफा ना कमा सके.
SEBI ने इसके लिए कुछ rules बनाये है और मापदंड तैयार किया है. जिसे देश में हर एक बिज़नेस और ट्रेडर को फॉलो करना जरुरी है.
- SEBI के नियम के हिसाब से कंपनी द्वारा घोषणा करने से 48 घंटे पहले और बाद में कंपनी के किसी भी कर्मचारी, प्रोमोटर्स और मैनेजमेंट व्यक्ति को कंपनी के Stocks खरीदने की अनुमति नहीं है. अगर ऐसा करते है तो उसे गैर कानूनी माना जायेगा और Insider trading के अंतर्गत उन्हें सजा दी जाएँगी.
- बहुत सारे लोग सोचते है की कंपनी का काम करते है लेकिन कंपनी के साथ नहीं जुड़े है तो उनमे SEBI का नियम लागू नहीं होता है. लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है डिटर्स,लॉ फर्म, विश्लेषक, एडवाइजर जो की बाहरी जगहों से कंपनी के लिए काम करते है उनपर भी 48 घंटे पहले और बाद वाली नियम लागू होता है.
- जब भी कंपनी का तिमाही परिणाम घोषित किया जाता है तो उस समय भी 48 घंटे तक ट्रेडिंग विंडो को बंद रखना होता है. लोग जो की कंपनी से किसी भी प्रकार से जुड़े है वो लोग स्टॉक्स को खरीद नहीं सकते है. ऐसे में पहले वाला नियम अब भी लागू होता है.
- अगर इन नियम का पालन नहीं किया जाता है और कोई इस नियम को तोड़ता है तो उसको SEBI द्वारा सख्त सजा का प्रावधान है और शायद अगर कमपनी के बड़े लोगो नाम सामने आया तो हो सकता है कंपनी को शेयर मार्किट लिस्टिंग से भी हटाया जा सकता है.
SEBI द्वारा दर्ज किये गए Insider Trading के केस
हर साल SEBI द्वारा कई सारे छोटे बड़े इनसाइडर ट्रेडिंग के मामले दर्ज किये जाते है. SEBI इनमे से बहुत सारे मामले को सुलझा देता है लेकिन मामले आना बंद नहीं होते है. कुछ समय पहले ही Infosys employees Insider trading के मामले में पकडे गए थे और उन पर SEBI ने फाइन भी लगाया था इन्होने स्टॉक मार्किट से करीब 3 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था.
यहाँ पर कुछ मामले है जो की दर्ज किये गए SEBI के द्वारा और लेटेस्ट इनसाइडर ट्रेडिंग के न्यूज़ हमने आपको बताया और यहाँ पर नीचे लिस्ट में दिया गया है. आप खुद चेक कर सकते है की किस साल कितना मामले दर्ज है.
Year | Insider Trading Case |
2014-2015 | 10 |
2015-2016 | 12 |
2016-2017 | 34 |
2017-2018 | 15 |
2018-2019 | 70 |
दोस्तों यहाँ पर बताया गया है की Insider Trading क्या होता है और इससे जुड़े बहुत सारे इम्पोर्टेन्ट जानकारी यहाँ पर हमने साझा किया है. ऐसे में अगर आप Stock में Investment करना चाहते है और Share market के बारे में सीख रहे है तो आपको जानकारी होना चाहिए की इनसाइडर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी होना चाहिए। ऐसे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट में इसके बारे में हमें जानकारी दे.