Republic Day क्यों मनाया जाता है?

Republic Day जिसका हिंदी मीनिंग होता है गणतंत्र दिवस और यह साल 26 जनवरी को मनाया जाता है. लेकिन अभी बहुत से लोग ऐसे है जो की नहीं जानते है की Republic Day क्यों मनाया जाता है? और गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? अगर आपको भी जानकारी नहीं है तो आज गणतंत्र दिवस से जुड़े हर एक सवाल का जवाब आपको यहाँ से मिल जायेगा.

हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर राजधानी दिल्ली के राजपथ पर भव्य परेड और झाकियों का आयोजन किया जाता है. इस साल पूरा देश 72वां गणतंत्र दिवस मनाएगा और कोरोना वायरस के चलते लगता था की इन परेड और झाकियों हो जायेगा या नहीं लेकिन तैयार देखकर लगता है कोई कमी नहीं रहने वाली है.

बच्चों के स्कूल में तो गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. गणतंत्र दिवस के दिन तुम्हारे स्कूल में तरह-तरह के रंगारग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं और तुम भी इस समारोह का हिस्सा बनकर मस्ती करते होंगे और हमारे देश के महान व्यक्तियों के ऊपर इस Republic Day speech तैयार करते होंगे लेकिन तुम्हें गणतंत्र दिवस का इतिहास पता है? तो हम तुम्हें गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ जरुरी जानकारी देते है.

Republic Day (गणतंत्र दिवस) क्यों मनाया जाता है?

हम सभी जानते है की देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था और इस दिन में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मानते है लेकिन 26 जनवरी को ऐसा क्या हुआ था की इस दिन को Republic Day यानि गणतंत्र दिवस के रूप में मानते है. आजादी के बाद देश को चलाने के सविंधान को बनाने का काम 9 दिसम्बर 1947 से शुरु किया. संविधान सभा ने 2 साल, 11 महीने, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया.

भारत का सविंधान

जिस दिन यानि 1950 में 26 जनवरी के दिन ही भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था. इसलिए हम सभी भारतवासी इस दिन को गणत्रंत दिवस के रूप में मानते है. भारत देश 26 जनवरी 1950 को एक Republic nation बना और इसका नाम हुआ The Republic of India जिसे हम हिंदी में भारत गणराज्य के नाम से जानते है.

इस दिन पहली बार उन्होंने भारतीय सैन्य बल की सलामी ली थी. पहली बार उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया था. 26 जनवरी को ही गणत्रंत दिवस क्यों मनाया जाता है इसको लेकर एक और मत है. 26 जनवरी का दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 26 जनवरी 1929 को अंग्रेजों की गुलामी के विरुद्ध कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पास किया था और यह दिन सबसे अच्छा था एक गणत्रंत राज्य बनाने के लिए इसलिए गणत्रंत दिवस 26 जनवरी को ही मनाया जाता है.

प्रथम गणतंत्र दिवस कब मनाया गया?

Republic day 2021 देश का 72वा गणत्रंत दिवस होगा और ऊपर सवाल से आपको जानकारी मिल गया होगा की इसको शुरुआत कब हुआ. 26 जनवरी 1950 को देश के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने पहली बार अपने भवन से बाहर अगर तिरंगा फहराया और पहली बार गणत्रंत दिवस मनाया गया.

गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है?

बहुत सारे लोग खाश कर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो को इसके बारे में जानकारी नहीं होता है की गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर है? और जब उनसे इस तरह के विषय पर निबंध लिखने को बोला जाता है या फिर सवाल किया जाता है तो सही जवाब नहीं दे पाते है. गणतंत्र दिवस इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत गणतंत्र देश देश बना था और संविधान लागू हुआ था. जबकि स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत को अंग्रेजी की लंबी गुलामी से आजादी मिली थी. इसलिए हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है.

हिंदी नामEnglish Nameमनाने का तारीख
स्वतंत्रता दिवसIndependence Day15 August
गणतंत्र दिवसRepublic Day26 January

26 जनवरी को झंडा कौन फहराता है

गणतंत्र दिवस देश का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीय पर्व है और 26 जनवरी को भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है. फिर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को सलामी दिया जाता है. गणतंत्र दिवस को पूरे देश में विशेष रूप से भारत की राजधानी दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है.

भारत का राष्ट्रगान : जन-गण-मन

जन गण मन अधिनायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा द्राविड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता!
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।

गणतंत्र दिवस परेड

गणतंत्र दिवस के दिन एक भव्य परेड का आयोजन किया जाता है जो इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक होती है. इस परेड के दौरान थलसेना, वायुसेना और नौसेना के जवान शामिल होते हैं. इस परेड के दौरान तीन सेनाओं के प्रमुख राष्ट्रपति को सलामी देते हैं. यही नहीं इस दिन तीन सेनाएं आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन भी करती हैं जो राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक है. इस बार गणतंत्र दिवस परेड में राफेल समेत कुल 42 विमान हिस्सा लेंगे। इनमें 15 लड़ाकू विमान, 5 ट्रांसपोर्ट और 17 हेलीकॉप्टर शामिल किए गए हैं। वायुसेना में हाल में शामिल हुए राफेल को पहली बार फ्लाईपास्ट में शामिल किया गया है.

गणतंत्र दिवस परेड

इसी परेड को देखने के लिए और अपने सैनिको को देखने के लिए हर साल देश एक कोने-कोने से लोग आते है और सरकार इसकी पूरी तैयारी भी करके रखती है. 2021 में गणतंत्र दिवस परेड की टिकट आप सेना भवन, नॉर्थ ब्लॉक, लाल किला, पार्लियामेंट हाउस, जंतर-मंतर, शास्त्री भवन आदि से प्राप्त कर सकते हैं.

दोस्तों हर बार की तरह इस बार भी देश का 72वा गणत्रंत दिवस भव्य तरीके से मनाया जायेगा और देश एक राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद जी तय समय पर ध्वजा रोहन करेंगे और पूरी दुनिया भारतीय सेना का भव्य परेड देखने को मिलेगा और अगर आप चाहे तो टिकट लेकर देखने जा सकते है 26 जनवरी को और अगर आपका कोई सुझाव है तो इसके बारे में कमेंट में हमें जानकारी दे सकते है.

Leave a Comment