Love  Shayari

अगर अपनी किस्मत लिखने का जरा सा भी हक हो मुझे, तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं

ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी तकलीफ दे मगर सुकून भी उसी की बाहों में मिलता है

जब किसी की रूह में उतर जाता है मोहब्बत का समंदर, तब लोग जिंदा तो होते हैं लेकिन किसी और के अंदर

इन आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है… दिन कोई भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है

तेरी खैरियत का ही जिक्र रहता है दुआओं में, मसला सिर्फ मोहब्बत का ही नही फिक्र का भी है

कुछ हदें हैं मेरी कुछ हदें हैं तेरी..!! लेकिन दायरों में भी इश्क़ होता है

अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ, जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ

जी चाहे कि दुनिया की हर एक फ़िक्र भुला कर, दिल की बातें सुनाऊं तुझे मैं पास बिठाकर

कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम, कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है

वो लम्हा बना दो मुझे… जो गुजर कर भी… तुम्हारे साथ रहे